मुंबई। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में दिल्ली में अशांति को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की शुक्रवार को आलोचना करते हुए कहा कि जब राष्ट्रीय राजधानी हिंसा में जल रही थी तब वह कहीं नहीं दिखे। मराठी के दैनिक अखबार में एक संपादकीय में कहा गया है कि शाह ने हाल ही में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार, भाजपा उम्मीदवारों के लिए समर्थन जुटाने के वास्ते घर-घर जाकर पर्चे बांटने में भरपूर वक्त दिया। भाजपा के पूर्व |सहयोगी दल ने कहा कि दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आती है लेकिन अब यह हैरान करने वाला है कि जब 38 लोगों की जान चली गई और सार्वजनिक तथा निजी संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा तब शाह कहीं नहीं दिखे। शिवसेना ने कहा, |''अगर इस समय कांग्रेस या कोई अन्य पार्टी केंद्र में सत्ता में होती और |भाजपा विपक्ष में होती तो पार्टी गृह मंत्री का इस्तीफा मांगती और अपनी मांग को लेकर मोर्चा निकालती।" संपादकीय में कहा गया, "अब ये सब नहीं होगा क्योंकि भाजपा सत्ता में हैऔर विपक्ष कमजोर है। लेकिन फिर भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शाह का (इस्तीफा मांगा है।"
जब दिल्ली हिंसा में जल रही थी तो कहां थे अमित शाह?: शिवसेना